संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन, डिजिटल सुविधा केंद्रों की जानकारी दी गई
नारायणपुर, 14 अप्रैल 2025:
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को इस वर्ष भी सामाजिक समरसता दिवस के रूप में गरिमामय ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर जिले सहित प्रदेश के सभी जनपदों, विकासखंडों और ग्राम पंचायतों में विविध आयोजन कर बाबा साहेब के विचारों, संविधान निर्माण में उनके योगदान और समानता के मूल्यों को स्मरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कर नागरिकों को संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया गया। इसके साथ ही आगामी 24 अप्रैल को मनाए जाने वाले पंचायत राज दिवस की तैयारी के अंतर्गत अटल पंचायत डिजिटल सुविधा केंद्र की जानकारी भी दी गई।
राज्य सरकार की डिजिटल पहल को सशक्त बनाने हेतु हर विकासखंड से चयनित 10 ग्राम पंचायतों के सरपंचों और सीएससी-वीएलई सेवा प्रदाताओं के मध्य एमओयू (सहमति पत्र) की प्रक्रिया भी पूर्ण की गई। इससे डिजिटल सेवाओं की पंचायत स्तर पर बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत पंचायत एंबेसडर की भूमिका को प्रभावी बनाने हेतु भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहाँ एंबेसडर नियुक्त नहीं हैं, वहाँ उपयुक्त प्रतिनिधियों की नियुक्ति की गई।
इसके साथ ही “मोर दुआर साय सरकार” विशेष पखवाड़ा (15 से 30 अप्रैल) के अंतर्गत चल रहे योजनाओं के लाभार्थी सर्वेक्षण की जानकारी आम जनता तक पहुँचाई गई। योजना की पात्रता, प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के विषय में विस्तार से बताया गया।
इस अवसर पर भूजल संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए जल बचाओ संकल्प भी दिलवाया गया, जिसमें आमजन ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
राज्य सरकार द्वारा सामाजिक समरसता दिवस के रूप में अंबेडकर जयंती मनाने की यह पहल समाज में समानता, भाईचारा और समावेशिता के मूल्यों को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।