नारायणपुर, 31 मई। जिला नारायणपुर के थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत कैंप कुतुल के अंतर्गत ग्राम खोड़पार व गुरमका के जंगलों में सुरक्षा बलों ने सतर्कता दिखाते हुए 10 नग शक्तिशाली आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए। माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों और ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने की नीयत से यह विस्फोटक सामग्री जंगल के रास्तों में बिछाई गई थी।
सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम – डीआरजी नारायणपुर, 41वीं वाहिनी आईटीबीपी और बीडीएस (बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड) ने क्षेत्र में एरिया डॉमिनेशन अभियान के तहत 30 मई को धुरबेड़ा, गुरमका और खोड़पार की ओर गश्त शुरू की थी। इसी दौरान जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान गुरमका और खोड़पार के बीच रास्ते में 5-5 किलो से अधिक वजन वाले 10 आईईडी बिछे मिले। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुरक्षात्मक उपायों के तहत सभी विस्फोटकों को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय किया।
मवेशियों, वन्यजीवों और ग्रामीणों की जान बची
गौरतलब है कि इस रास्ते का उपयोग स्थानीय ग्रामीण, मवेशी व वन्य प्राणी नियमित रूप से करते हैं। अगर समय पर यह विस्फोटक बरामद नहीं होते तो भारी जान-माल का नुकसान हो सकता था। पूर्व में भी इसी क्षेत्र में आईईडी की चपेट में आकर कई ग्रामीण, मवेशी व जीव-जंतु घायल हो चुके हैं।
अब तक 2025 में बरामद हो चुके हैं 33 से अधिक आईईडी
पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2025 में अब तक 33 से अधिक आईईडी बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह माओवादियों की कायरतापूर्ण हरकतें हैं, जिनका उद्देश्य सुरक्षा बलों और निर्दोष ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाना है।
ग्रामीणों से अपील – सूचना दें, जान बचाएं
पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र के सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध वस्तु या आईईडी की जानकारी मिलती है तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। आईईडी की सूचना देने वाले व्यक्ति को ₹5,000 तक का नकद इनाम दिया जाएगा और उनकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
एकजुट सुरक्षा बल, नाकाम साजिश
सुरक्षा बलों की सजगता, सतर्कता और संयम से नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया गया है। यह कार्रवाई न केवल सुरक्षा बलों की तत्परता का उदाहरण है, बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।