ग्राम कुतुल में प्रारंभ हुआ नवीन पुलिस सहायता केन्द्र, ग्रामीणों को मिली राहत की सौगात…
साइकिल सेवा की भी हुई शुरुआत, विकास के नए रास्ते खुलने की उम्मीद…
नारायणपुर, 11 अप्रैल 2025
नक्सल प्रभावित बीहड़ क्षेत्र कुतुल में सुरक्षा, सुविधा और विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पुलिस सहायता केन्द्र की स्थापना की गई है। जिला नारायणपुर के थाना कोहकामेटा अंतर्गत ग्राम कुतुल में यह केन्द्र 11 अप्रैल को आरंभ किया गया, जो कि अब आसपास के ग्रामीणों की सुरक्षा और सहायतार्थ सुलभ केंद्र बनेगा।
कोहकामेटा थाना से कुतुल की दूरी लगभग 21 किलोमीटर है, जिससे क्षेत्रीय ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की पुलिस सहायता के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। इस नवीन पुलिस सहायता केन्द्र के खुलने से अब कुतुल, बेड़माकोटी, पदमकोट, नेलांगुर सहित आसपास के गांवों के नागरिक स्थानीय स्तर पर ही पुलिस सहायता प्राप्त कर सकेंगे। विशेषकर नक्सल संवेदनशील क्षेत्र में यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस के प्रयास से अब आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगा तथा किसी घटना या दुर्घटना की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी। पुलिस की सीधी पहुँच से ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना और आत्मविश्वास बढ़ा है।
निःशुल्क साइकिल सेवा की सौगात
पुलिस सहायता केन्द्र के साथ-साथ ग्रामीणों के आवागमन को सरल बनाने हेतु कुतुल, बेड़माकोटी एवं पदमकोट के लिए निःशुल्क साइकिल सेवा भी प्रारंभ की गई है। इस सेवा के अंतर्गत 40 साइकिलें एवं 3 साइकिल स्टैंड स्थापित किए गए हैं। अब ग्रामीण जन कुतुल से जिला मुख्यालय नारायणपुर या आसपास के क्षेत्रों में जाने के लिए साइकिल सेवा का लाभ उठा सकेंगे। वे अपने नाम पर साइकिल इश्यु कराकर सुविधा पूर्णतः निःशुल्क उपयोग कर सकेंगे और कार्य पूर्ण होने के बाद उसे वापस भी कर सकेंगे।
25 वर्षों बाद पहुंचा विकास का पहिया
राज्य गठन के 25 वर्षों बाद यह पहला अवसर है जब दुर्गम और नक्सल प्रभावित गांव कुतुल में विकास की ठोस बुनियाद रखी गई है। सड़कों और साइकिल के माध्यम से अब न केवल दूरी घटेगी, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासनिक सेवाओं और सुरक्षा तक आमजन की पहुँच बढ़ेगी।
ग्रामवासियों में इस पहल को लेकर भारी उत्साह है और वे इसे एक नए युग की शुरुआत मान रहे हैं। यह प्रयास आने वाले समय में अन्य दुर्गम क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है।