नारायणपुर 3 दिसंबर 2024// नारायणपुर जिले के रमोंतीन मड़िया महिला कॉलेज की सैकड़ों छात्राएं आज भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं और छात्राओं के लिए आवासीय हॉस्टल संचालन की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। छात्राओं का आरोप था कि जिले में संचालित गर्ल्स कॉलेज के हॉस्टल का संचालन पिछले तीन वर्षों से नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण अबूझमाड़ जैसे दूरदराज इलाकों से शिक्षा ग्रहण करने आईं छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में आवासीय गर्ल्स कॉलेज की स्थापना की गई थी, लेकिन नारायणपुर जिले में अब तक आवासीय हॉस्टल संचालित नहीं हो पाया है। इसके कारण छात्राओं को किराए के मकानों में रहकर कॉलेज आना-जाना पड़ता है, जो उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गया है।
बी.एस.सी. फाइनल वर्ष की छात्रा मोनिका नेताम ने बताया कि वे कई बार प्रशासन और कॉलेज प्राचार्य से इस समस्या के बारे में अवगत करा चुकी हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। कई छात्राएं इस समस्या के कारण अपनी पढ़ाई छोड़कर वापस गांव चली गई हैं।
NSUI के जिला अध्यक्ष विजय सलाम ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त बनाने के लिए आवासीय महाविद्यालय की स्थापना की थी और हॉस्टल का निर्माण भी पूरा किया था, लेकिन प्रशासन इस हॉस्टल का संचालन नहीं कर रहा है, जिससे अबूझमाड़ क्षेत्र की छात्राएं शिक्षा से वंचित हो रही हैं।
ओरछा अबूझमाड़ जनपद के उपाध्यक्ष उमेश कर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि जब ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे पढ़ाई करते हैं तो वे अपने गांव के विकास में भी योगदान देते हैं। उनका कहना था कि भाजपा सरकार शिक्षा प्रदान करने में विफल साबित हो रही है, जबकि सरकार ने ‘पढ़ाई बचाओ, बच्चों को बचाओ’ का नारा दिया था।
घेराव के बाद कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों ने छात्राओं को लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राएं वहां से हटीं।