नारायणपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित अंडर-19 तीन दिवसीय इंटर डिस्ट्रिक्ट टेस्ट मैच सलेक्शन क्रिकेट टूर्नामेंट में एक ऐतिहासिक घटना घटी है। इस टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के पूल बी में 24 नवम्बर को नारायणपुर की टीम ने रायपुर की टीम को हराकर क्रिकेट इतिहास में अपनी एक नई पहचान बनाई। यह मैच दल्ली राजहरा स्थित बी.एस.पी. क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया।
नारायणपुर की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया। नारायणपुर के गेंदबाज़ों ने अपने इस फैसले को सही साबित करते हुए रायपुर को पहली पारी में मात्र 92 रनों पर आलआउट कर दिया। रायपुर, जो इस टूर्नामेंट से पहले खुद को विजेता मान रही थी, के लिए यह एक बड़ा झटका था। इसके बाद नारायणपुर की बल्लेबाज़ी आई, जिसमें यस कुमार वर्धा की शानदार सटक (अर्धशतक) से टीम ने कुल 75.4 ओवर में 252 रन बनाये और पहली पारी में 160 रनों की बढ़त बनाई।
दूसरी पारी में रायपुर की टीम ने 80 ओवर में 287 रन बनाए और नारायणपुर को 128 रनों का लक्ष्य दिया। इस लक्ष्य को नारायणपुर की टीम ने 5 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया। इस जीत के साथ नारायणपुर ने अपने पहले बड़े मैच में छत्तीसगढ़ की सबसे मजबूत टीम रायपुर को हराकर न केवल खुद को बल्कि पूरे जिले को गौरवान्वित किया।
यह जीत यह साबित करती है कि नारायणपुर अब किसी भी क्षेत्र में बड़े जिलों से कहीं बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है। जहां पहले नारायणपुर को नक्सलवाद के लिए जाना जाता था, अब यह जिला खेलों में भी अपनी ताकत दिखा रहा है। राज्य सरकार और प्रशासन द्वारा की गई योजनाओं के कारण अब नारायणपुर के खिलाड़ी क्रिकेट जैसे खेलों में भी अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं।
नारायणपुर के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से जिलेवासियों में खासा उत्साह है। उनके प्रशिक्षक पुष्पेन्द्र शर्मा को जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों अशोक उसेंडी, कमलजीत आहूजा और सुनील सिंह राठौर ने बधाई दी और आगामी मैचों के लिए शुभकामनाएं दीं। यह जीत ना सिर्फ जिले की खेल प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि नारायणपुर की नई पहचान अब एक सकारात्मक दिशा में है।