अबूझमाड़ को मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त किया जाएगा: विधायक विक्रम उसेण्डी
राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर नारायणपुर में हुआ भव्य राज्योत्सव, विकास प्रदर्शनी में उमड़ा जनसैलाब

नारायणपुर | 05 नवम्बर 2025
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शासकीय बालक विद्यालय मैदान, नारायणपुर में राज्योत्सव 2025 का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेण्डी ने छत्तीसगढ़ महतारी एवं भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम ने की।

राज्योत्सव में विभागों द्वारा लगाए गए विकास प्रदर्शनी स्टॉलों का विधायक उसनेण्डी ने अवलोकन किया। स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, वन, उद्योग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विद्युत और जनसंपर्क सहित अनेक विभागों की योजनाओं की जानकारी आकर्षक ढंग से प्रदर्शित की गई थी। प्रदर्शनी में नारायणपुर जिले में संचालित विकास कार्यों की झलक देख आमजन उत्साहित नजर आए।
विधायक उसनेण्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तीव्र गति से विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा — “हमारा संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक अबूझमाड़ को पूरी तरह नक्सलमुक्त कर देंगे।” उन्होंने कहा कि बीते 22 महीनों में प्रदेश में माओवाद के खिलाफ निर्णायक सफलता मिली है — 477 नक्सलियों का सफाया हुआ, 1801 गिरफ्तार हुए और 2152 ने आत्मसमर्पण किया।
उन्होंने बताया कि साय सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति इस सफलता की बड़ी वजह है। आत्मसमर्पित नक्सलियों को खेती की जमीन, शहरों में प्लॉट, तीन वर्षों तक 10 हजार रुपये मासिक सहायता, प्रधानमंत्री आवास, स्किल ट्रेनिंग और रोजगार पर 40 प्रतिशत वेतन सब्सिडी की सुविधा दी जा रही है।
विधायक उसनेण्डी ने कहा कि बस्तर का स्वरूप तेजी से बदल रहा है — “रेड कॉरिडोर अब ग्रीन कॉरिडोर में बदल रहा है।” साय सरकार द्वारा शुरू की गई नियद नेल्लानार योजना से नक्सल प्रभावित गांवों तक सड़क, पानी, बिजली, आधार कार्ड, केसीसी, उज्ज्वला, आयुष्मान कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर अब विकास और खेल का पर्याय बन चुका है — बस्तर पंडुम और बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजनों ने इसकी पहचान विश्व पटल पर बनाई है।
विधायक ने कहा कि बस्तर का कोदो-कुटकी और रागी अब “मिलेट्स” के रूप में अंतरराष्ट्रीय बाजार में लोकप्रिय हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना ने नई मिसाल कायम की है — अब तक 20 किस्तों में 13 हजार करोड़ रुपये की राशि 70 लाख महिलाओं के खातों में पहुंचाई जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में सुशासन का नया दौर शुरू हुआ है। ई-ऑफिस प्रणाली, सुशासन एवं अभिसरण विभाग और डीएमएफ फंड से खनन क्षेत्रों का विकास राज्य में पारदर्शी प्रशासन की पहचान बन चुके हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 25 वर्ष मेहनत, संस्कृति और आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं। यह उत्सव हमारी पहचान और जनसहभागिता का उत्सव है।
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने कहा कि राज्योत्सव जिले की उपलब्धियों, परंपराओं और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “एक समय था जब नारायणपुर के गांव विकास की मुख्यधारा से दूर थे, पर आज नियद नेल्लानार जैसी योजनाओं से वे उजाले से जगमगा रहे हैं।”
राज्योत्सव के समापन अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य और गीतों से वातावरण को उत्सवमय बना दिया।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ के अध्यक्ष रूपसाय सलाम, नगर पालिका अध्यक्ष इन्द्रप्रसाद बघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रताप सिंह मंडावी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पिंकी उसनेण्डी, उपाध्यक्ष मंगडूराम नूरेटी, पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया, सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई, एसडीएम अभयजीत मंडावी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, नागरिक और पत्रकारगण उपस्थित रहे।




