भूपेश बघेल के पुत्र की गिरफ्तारी और ईडी की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस का आक्रोश फूटा
नारायणपुर, 19 जुलाई | पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के परिवार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी और उनके पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को नारायणपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के संयुक्त नेतृत्व में ईडी का पुतला दहन किया गया। प्रशासन की सख्ती और पुलिस की भारी तैनाती के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ता पुतला जलाने में सफल रहे।
प्रदर्शन की शुरुआत राजीव भवन से हुई, जहाँ से सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी का पुतला लेकर जय स्तंभ चौक की ओर रवाना हुए। पहले से सतर्क पुलिस ने तहसील चौक पर बैरिकेड्स लगाकर कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प और झूमा-झटकी भी हुई। इसके विरोध में कांग्रेसी तहसील चौक पर ही धरने पर बैठ गए और भाजपा सरकार तथा ईडी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
पुलिस की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए जय स्तंभ चौक तक पहुंचने में कामयाब रहे। यहाँ पहुँचकर उन्होंने पुनः नारेबाजी की और मौके पर ही ईडी का पुतला जलाया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच छीनाझपटी की स्थिति बनी रही, लेकिन पुतला दहन को रोकने में प्रशासन विफल रहा।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रवि देवांगन ने आरोप लगाया कि “भाजपा सरकार ने हसदेव और तमनार के जंगलों को अपने चहेते उद्योगपतियों को बेच दिया है, और अब जब कांग्रेस इसका विरोध कर रही है, तो सरकार ईडी का दुरुपयोग कर प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब विधानसभा में सवाल उठाने वाले थे, तभी ईडी को उनके घर भेजना यह साबित करता है कि सरकार लोकतांत्रिक विरोध को कुचलना चाहती है।”
इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष रघु मानिकपुरी, महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव वेदबती पात्र, जिला महासचिव शेख तौहीद अहमद, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बोधन देवांगन, पूर्व जनपद अध्यक्ष पंडी राम वड्डे, प्रमोद नैलवाल, यूथ कांग्रेस प्रदेश सचिव सोनिका पोर्ते, एनएसयूआई प्रदेश सचिव जय वट्टी, अध्यक्ष विजय सलाम, वरिष्ठ नेता वीपी शुक्ला, शब्बीर बढ़गुजर, उमेश कर्मा, राकेश केसरिया, मनोज सेन, सुक्कू सलाम, महेश कश्यप सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की अनुमति न दिए जाने के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन आने वाले दिनों में और तीव्र होने के संकेत दे रहा है।