अलौकिक अनुभूति: रामकृष्ण मिशन आश्रम में खिला ब्रह्म कमल, श्रद्धालुओं में उमड़ी आस्था की लहर…
नारायणपुर,19 जुलाई। रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर में प्रकृति और अध्यात्म का अद्वितीय संगम देखने को मिला, जब हिमालयी क्षेत्र में उगने वाला पवित्र और दुर्लभ ब्रह्म कमल आश्रम परिसर में खिला। इसे देखने के लिए आश्रम परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। इस दिव्य पुष्प के खिलने को आश्रम परिवार ने ईश्वरीय आशीर्वाद और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक बताया है।
आश्रम प्रबंधन के अनुसार, ब्रह्म कमल का खिलना केवल जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह प्रकृति के माध्यम से भगवान की उपस्थिति का अनुभव है। यह पुष्प विशेष रूप से रात के समय खिलता है और अल्प समय में ही अपनी पूर्णता को प्राप्त करता है, जो इसे और भी रहस्यमय बनाता है।
आश्रम के वरिष्ठ साधकों ने बताया कि ब्रह्म कमल का खिलना एक शुभ संकेत है, जो न केवल वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि इसे देखने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन, सौभाग्य और इच्छाओं की पूर्ति मानी जाती है। इस दुर्लभ दृश्य के साक्षी बनने श्रद्धालु आत्मिक उत्साह और भक्ति भाव से ओतप्रोत हैं।
इस अलौकिक क्षण को और भी दिव्यता प्रदान करने के लिए आश्रम में विशेष ध्यान, प्रार्थना तथा सत्संग सत्रों का आयोजन किया गया है। ब्रह्म कमल के दर्शन को लेकर जनसामान्य में गहरी आस्था देखी जा रही है। कुछ श्रद्धालुओं ने इस अवसर को जीवन का अनुपम सौभाग्य बताया और कहा कि यह दृश्य उनकी आत्मा को शांति और संतोष देने वाला रहा।
ब्रह्म कमल का खिलना हिमालय के ऊँचाई वाले क्षेत्रों की बजाय मैदानी क्षेत्र में होना स्वयं में एक चमत्कारी घटना मानी जा रही है। रामकृष्ण मिशन आश्रम जैसे पावन स्थल में इस पुष्प का प्रकट होना धार्मिक महत्व के साथ-साथ स्थानीय पर्यावरण और आध्यात्मिक चेतना के लिए भी शुभ संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
आस्था और अध्यात्म का संगम बना आश्रम
इस मौके पर आश्रम में भक्तों और पर्यटकों की उपस्थिति भी बढ़ी है। कई लोग इस क्षण को कैमरे में कैद करने के साथ साथ, ध्यान और साधना के लिए भी आश्रम की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
नारायणपुर जैसे शांत और प्राकृतिक वातावरण में घटित यह घटना क्षेत्रवासियों के लिए आध्यात्मिक चेतना का नया द्वार खोल रही है। ब्रह्म कमल की यह अनूठी उपस्थिति जनमानस में आस्था, शांति और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता की भावना को और अधिक सशक्त बना रही है।