डीआरजी व आईटीबीपी की संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता, हथियार व विस्फोटक सामग्री बरामद
नारायणपुर, 08 जुलाई।
नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत नारायणपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। माड़ डिवीजन अंतर्गत कुतुल एलओएस में सक्रिय दो महिला माओवादी—पारो हपका और सुनीता उर्फ संगीता मण्डावी को डीआरजी व आईटीबीपी की संयुक्त पार्टी ने धर दबोचा। दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया के निर्देशन में 04 जुलाई को एएसपी अक्षय कुमार (भा.पु.से) के नेतृत्व में डीआरजी व आईटीबीपी की टीम को कोहकामेटा थाना क्षेत्र के कुतुल, नेलांगुर, पदमकोट, बेडमाकोटी, कोड़तामरका, फरसबेड़ा व धुरबेड़ा क्षेत्र में ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था।
अभियान के दौरान 06 जुलाई की दोपहर लगभग 3 बजे, कोड़तामरका-धुरबेड़ा के जंगल में दो महिलाएं पुलिस पार्टी को देख भागने लगीं, जिन्हें डीआरजी की महिला कमांडो टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम पारो हपका पिता स्व. कोपा (उम्र 25 वर्ष), निवासी घोटूम (घोटपाल), थाना भैरमगढ़ और सुनीता उर्फ संगीता मण्डावी पिता कुम्मा (उम्र 20 वर्ष), निवासी मंडोड़ा, थाना कोहकामेटा बताया।
गिरफ्तार दोनों महिला नक्सलियों ने स्वीकार किया कि वे कुतुल एलओएस में सक्रिय थीं और माओवादी नेताओं सतीश (एसजेडसीएम), दीपक (डीव्हीसी), सुखलाल जुर्री (डीव्हीसीएम), विमला, रनीता, पण्डी उर्फ दिनेश, वैश, सीमा, लिंगे उर्फ अंजू, मासे आदि के साथ काम कर रही थीं। उन्होंने यह भी बताया कि 25 जून को आदिंगपार धुरबेड़ा जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान उनके दो साथी सीमा और लिंगे मारे गए थे, जिसके बाद वे अपनी टीम से बिछड़ कर जंगल में छिपी थीं।
तलाशी के दौरान पारो हपका के पास से 12 बोर बीजीएल लॉचर बंदूक, 2 बीजीएल बम तथा सुनीता उर्फ संगीता के पास से 1 टिफिन बम, 1 डेटोनेटर, 24 पेंसिल सेल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बरामद की गई।
इस संबंध में थाना कोहकामेटा में अपराध क्रमांक 16/2025, धारा 25 आर्म्स एक्ट व 04, 05 विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। दोनों महिला आरोपियों को 08 जुलाई 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।