नारायणपुर, 23 अप्रैल 2025।
कश्मीर के पहलगांव में निर्दोष देशवासियों की हत्या और पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध की आड़ में हो रहे दंगों व हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल, नारायणपुर द्वारा दो अलग-अलग ज्ञापन कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सौंपे गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया।
पहले ज्ञापन में, संगठन ने जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और इसे देश पर सीधा हमला करार दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, और मारे गए आतंकियों के शवों को कचरे के साथ जलाने एवं उसका लाइव प्रसारण करने जैसे कठोर संदेश दिए जाएं, जिससे देशवासियों का मनोबल बढ़े और आतंकियों में डर व्याप्त हो।
दूसरे ज्ञापन में, पश्चिम बंगाल में जारी सांप्रदायिक हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की गई। संगठन ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार ने हिंदुओं को संरक्षण देने के बजाय जिहादी तत्वों को खुली छूट दी है। मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा में 200 से अधिक हिंदू घरों और दुकानों को जलाया गया, कई लोगों की हत्या व महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं। इसके विरोध में बजरंग दल ने केंद्र से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने, NIA जांच कराने और बांग्लादेशी घुसपैठियों को निष्कासित करने की मांग की है।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे राष्ट्रहित में हर स्थिति से लड़ने को तैयार हैं और सरकार से अपेक्षा रखते हैं कि वह हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी ताकतों पर कठोर कार्रवाई करे।
इस अवसर पर बजरंग दल जिला संयोजक, विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारीगण और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। नारायणपुर के मुख्य चौक पर पुतला दहन करते हुए कार्यकर्ताओं ने ‘देशविरोधी ताकतें हो सावधान’, ‘भारत माता की जय’ और ‘ममता सरकार मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए।