
सुकमा। जिला सुकमा के थाना चिंतलनार क्षेत्र में पुलिस को नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों ने संयुक्त कार्रवाई कर दो सक्रिय नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री सहित गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में एक पर तीन लाख रुपये तथा दूसरे पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था।
जानकारी के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 6 नवंबर 2025 को थाना चिंतलनार से डीआरजी, जिला बल एवं कैम्प गोमगुड़ा से 203 कोबरा वाहिनी की संयुक्त टीम कमांडेंट श्री पवन कुमार के नेतृत्व में ग्राम भीमापुरम एवं आसपास के क्षेत्रों में नक्सल गश्त व सर्चिंग अभियान के लिए रवाना हुई थी। अभियान के दौरान ग्राम भीमापुरम जंगल के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया, जिनकी तलाशी लेने पर विस्फोटक सामग्री बरामद हुई।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम ताती बंडी पिता स्व. ताती हड़मा (मिलिशिया कमांडर, इनामी ₹3 लाख) उम्र लगभग 35 वर्ष निवासी ग्राम गोमगुड़ा, थाना पामेड़, जिला बीजापुर और पदाम हड़मा पिता स्व. पदाम हांदा (डीएकेएमएस अध्यक्ष, इनामी ₹2 लाख) उम्र लगभग 45 वर्ष निवासी ग्राम गुंडराजगुड़ा, थाना पामेड़, जिला बीजापुर बताया। दोनों नक्सली माओवादी संगठन में सक्रिय थे और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की नीयत से गोमगुड़ा क्षेत्र में आईईडी प्लांट करने की तैयारी में थे।
गिरफ्तार नक्सलियों के कब्जे से 09 नग नॉन-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 05 जिलेटिन रॉड, लगभग 45 फीट कोर्डेक्स वायर, 55 मीटर बिजली वायर और 14 फीट फ्यूज वायर बरामद की गई। बरामद विस्फोटक सामग्री के संबंध में पूछताछ करने पर नक्सलियों ने स्वीकार किया कि वे इन सामग्रियों का उपयोग सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए करने वाले थे।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना चिंतलनार में अपराध क्रमांक 09/2025 धारा 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर 7 नवंबर 2025 को माननीय विशेष न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता है। डीआरजी, जिला बल और कोबरा वाहिनी के जवानों की संयुक्त सतर्कता से एक गंभीर साजिश को नाकाम किया गया है।




