नारायणपुर, 29 नवंबर 2024: नारायणपुर-कुतुल मुख्य मार्ग पर 3 नग आईईडी बरामद होने से एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई है। माओवादियों द्वारा इन आईईडी को आदिवासी ग्रामीणों को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से लगाया गया था। सुरक्षा बलों की तत्परता और बीडीएस टीम की सक्रियता से इन आईईडी को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया गया।
इन आईईडी का कुल वजन 5 किलो से अधिक होने का अनुमान है। इससे पहले वर्ष 2024 में माओवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी में 20 से अधिक निर्दोष ग्रामीण मारे गए या गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन घटनाओं को देखते हुए नारायणपुर पुलिस द्वारा क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी “माड़ बचाव” अभियान चलाया जा रहा है।
डीआरजी और बीडीएस की संयुक्त टीम द्वारा यह कार्यवाही की गई। दोनों टीमों ने सुरक्षात्मक मानकों का पालन करते हुए इन खतरनाक आईईडी को निष्क्रिय किया, जिससे आदिवासी ग्रामीणों और सुरक्षा बलों की जान को खतरा हो सकता था। माओवादियों द्वारा इन आईईडी को आदिवासी क्षेत्र और सुरक्षा बलों के खिलाफ साजिश के तहत स्थापित किया गया था।
इस सफलता के लिए डीआरजी और बीडीएस की टीमों की विशेष भूमिका रही, जिनकी सतर्कता और त्वरित कार्यवाही से बड़ी तबाही को टाला जा सका।