हरबेल जंगल में भालू ने किया हमला, ITBP की त्वरित कार्रवाई से ग्रामीण की जान बची

नारायणपुर।
दुर्गम अबूझमाड़ क्षेत्र में तैनात 44वीं बटालियन इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की ए कम्पनी ने रविवार को मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए भालू के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रामीण की जान बचाई। समय पर मिली सूचना और तत्परता से की गई कार्रवाई ने एक ग्रामीण को जीवनदान दिया।
जानकारी के मुताबिक ग्राम हरबेल निवासी गाओ पोटाई हरबेल जंगल क्षेत्र में भालू के हमले का शिकार हो गया था। इससे उसे गहरी चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही जाटलूर स्थित कंपनी ऑपरेटिंग बेस से रेस्क्यू टीम तुरंत रवाना हुई और घायल को सुरक्षित कैंप पहुंचाया।
कैंप पहुंचते ही मेडिकल टीम— एसआई (जीडी) मेडिक सोहन लाल, सीटी (मेडिक) काशीदेव दर्शन् और सीटी विकास कुमार — ने प्राथमिक उपचार करते हुए उसकी गंभीर स्थिति को स्थिर किया। इसके बाद कम्पनी कमांडर शैलेन्द्र कुमार यादव ने तुरंत थाना ओरछा से एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई।
रेस्क्यू के दौरान आईटीबीपी के 12 जवान लगातार घायल के साथ मौजूद रहे और उसे सुरक्षित स्वास्थ्य केंद्र ओरछा तक पहुंचाया, जहां उसका आगे उपचार शुरू हो गया है।
आईटीबीपी की त्वरित कार्रवाई, समर्पण और मानवीय दृष्टिकोण के कारण इस दुर्गम क्षेत्र में एक गंभीर रूप से घायल ग्रामीण की जान बचाना संभव हो सका।
अबूझमाड़ जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी आईटीबीपी स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और सहयोग के लिए लगातार तत्पर बनी हुई है।




