बिंजली ग्राम में नुक्कड़ नाटक के जरिए किसानों को मिला संदेश
जैविक खेती अपनाने प्रेरित हुए ग्रामीण, विद्यार्थियों की पहल की सराहना

बिंजली (नारायणपुर)। लिंगो मुदियाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, केरलापाल, नारायणपुर के रावे विद्यार्थियों ने सामाजिक जागरूकता की दिशा में सराहनीय पहल करते हुए शुक्रवार को बिंजली ग्राम में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। जैविक खेती बनाम रासायनिक खेती विषय पर आधारित इस नाटक ने ग्रामीणों को सोचने पर मजबूर कर दिया।

नाटक में दो परिवारों की जीवनशैली का मार्मिक चित्रण किया गया। पहला परिवार जैविक खेती का चुनाव कर कम लागत में गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न उत्पादन, सुरक्षित वातावरण और स्वस्थ जीवन जीते हुए दिखाया गया। वहीं दूसरा परिवार रासायनिक खाद और कीटनाशक के अत्यधिक उपयोग के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, आर्थिक विपरीत परिस्थितियों और मिट्टी की उर्वरता में लगातार कमी जैसी परेशानियों से जूझता नजर आया। यह विरोधाभास ग्रामीणों को गहराई से प्रभावित करता रहा।

विद्यार्थियों ने नाटक के माध्यम से किसानों को बताया कि जैविक खेती न केवल मिट्टी की सेहत सुधारती है, बल्कि परिवार को सुरक्षित और खुशहाल जीवन भी प्रदान करती है। इस प्रस्तुति ने ग्रामीणों को रसायन-मुक्त खेती की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
इस नुक्कड़ नाटक का प्रबंधन रावे विद्यार्थी कुणाल अग्रवाल तथा तृतीय वर्ष के छात्र शुभम वैष्णव ने किया। ग्रामीणों ने विद्यार्थियों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम किसानों को बदलते कृषि परिदृश्य को समझने में मदद कर रहे हैं।
आयोजन महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. रत्ना नशीने के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राध्यापक डॉ. नवीन मरकाम, डॉ. देवेंद्र कुर्रे, डॉ. पुष्पेंद्र सिंह, डॉ. सविता आदित्य, डॉ. नवनीत ध्रुवे, डॉ. विवेक विश्वकर्मा तथा राज सेंगर का योगदान उल्लेखनीय रहा।
— कुणाल अग्रवाल, विशेष संवाददाता, बिंजली




