कृषि विज्ञान केंद्र में विश्व मृदा दिवस पर वैज्ञानिकों ने दी उपयोगी जानकारी, मृदा स्वास्थ्य संरक्षण पर जोर

नारायणपुर। कृषि विज्ञान केंद्र नारायणपुर में विश्व मृदा दिवस पर गुरुवार को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। Healthy Soil for Healthy Cities थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में किसानों को मृदा स्वास्थ्य संरक्षण, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और लागत कम कर अधिक उत्पादन प्राप्त करने के वैज्ञानिक तरीकों की जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने कहा कि नियमित मृदा परीक्षण और संतुलित पोषण प्रबंधन अपनाकर किसान अपनी कृषि उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।

वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. दिब्येंदु दास ने मृदा स्वास्थ्य का महत्व और फसल चक्र अपनाने के लाभ बताए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मिट्टी ही स्वस्थ फसल और सम्पन्न किसान की आधारशिला है। सहायक प्राध्यापक डॉ. नवीन मरकाम ने समन्वित कृषि प्रणाली के माध्यम से मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के उपाय समझाए। इसके साथ ही डॉ. देवेंद्र कुर्रे ने जैविक खाद, हरी खाद और संतुलित पोषण प्रबंधन पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम में इंद्र कुमार केमरो, डॉ. विवेक विश्वकर्मा, राकेश साहू, रवित पोयम, जयराम वड्डे सहित किसान, कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थी और केंद्र के कर्मचारी शामिल हुए। किसानों ने मिट्टी संरक्षण, जैविक खेती और जल प्रबंधन से जुड़े प्रश्न पूछकर विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम का उद्देश्य टिकाऊ कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करना और किसानों को व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करना रहा।




