“17वाँ आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025-26 (Phase–1, नई दिल्ली)” सफलतापूर्वक संपन्न

नारायणपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात 45वीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा चयनित झारा, धौड़ाई, कन्हारगाँव और कडेनार क्षेत्रों के 10 युवा एवं 10 युवतियों का दल नई दिल्ली प्रवास को सफलतापूर्वक पूरा कर आज वापस लौटा। युवाओं ने “17वाँ आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025-26” के प्रथम चरण (Phase–1) में सक्रिय एवं उत्साहपूर्ण भागीदारी निभाई।
यह दल 12 नवम्बर 2025 को 45वीं वाहिनी के सामरिक मुख्यालय जैलवाड़ी कैंप से रवाना हुआ था। नई दिल्ली चरण का आयोजन 15 से 21 नवम्बर 2025 तक किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी युवाओं ने भारत की राजधानी के प्रमुख ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक और शैक्षणिक स्थलों का भ्रमण किया। इसके साथ ही उन्हें राष्ट्रीय स्तर के गणमान्य व्यक्तियों से प्रेरक विचार-संवाद का अवसर भी मिला।
इन अनुभवों ने युवाओं में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, व्यक्तित्व विकास और राष्ट्रीय एकता की भावना को और अधिक प्रबल किया।
समापन अवसर पर 45वीं वाहिनी के कमांडेंट राजीव गुप्ता ने युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि नई दिल्ली चरण में युवाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन यह सिद्ध करता है कि ऐसे कार्यक्रम न केवल उन्हें मुख्यधारा से जोड़ते हैं, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन और विकास का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।
उन्होंने प्रतिभागियों के अनुशासन, ऊर्जा और उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना की।
समापन कार्यक्रम में उप-कमांडेंट सुमित गुसाईं सहित अन्य अधिकारी एवं जवान भी उपस्थित रहे।
गृह मंत्रालय एवं युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार की नीतियों के तहत नेहरू युवा केंद्र (NYKS) द्वारा प्रायोजित यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष चार चरणों — नई दिल्ली, पुणे, अहमदाबाद एवं वाराणसी — में आयोजित किया जाता है।
45वीं वाहिनी आईटीबीपी द्वारा भेजा गया यह दल Phase–1 (नई दिल्ली) के लिए चयनित किया गया था।
आईटीबीपी ने कहा कि वह अपने कार्यक्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस प्रकार के कार्यक्रम आगे भी जारी रहेंगे, जिससे आदिवासी युवाओं को राष्ट्र निर्माण की धारा से जोड़ने और सशक्त बनाने का मार्ग मजबूत होता रहेगा।




