नक्सल मुक्त अबूझमाड़ की दिशा में एक और कदम
डोडीमरका में खुला 18वां सुरक्षा व जनसुविधा कैंप, सड़क और मोबाइल नेटवर्क से जुड़ रहा माड़ क्षेत्र

नारायणपुर, 19 नवम्बर 2025।
अबूझमाड़ को नक्सलमुक्त बनाने की दिशा में नारायणपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। थाना ओरछा क्षेत्र के ग्राम डोडीमरका में पुलिस, डीआरजी और आईटीबीपी 44वीं बटालियन ने नया सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप स्थापित किया है। यह बीते एक वर्ष में खुला 18वां कैंप है। इस कदम से न केवल सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा और मोबाइल नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार को भी गति मिलेगी।
माड़ बचाओ अभियान के तहत कार्रवाई तेज
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस ‘‘माड़ बचाओ’’ अभियान के अंतर्गत लगातार अभियान चलाकर नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की दिशा में कार्य कर रही है। पुलिस के प्रयासों से अबूझमाड़ में सड़क निर्माण, पुल-पुलिया और विकास योजनाएं उन गांवों तक पहुंच रही हैं, जहां दशकों से सरकारी तंत्र की पहुँच नहीं हो पाती थी।
डोडीमरका में कैंप स्थापना से बढ़ा उत्साह
डोडीमरका, जो लंबे समय तक माओवादियों का आश्रयस्थल माना जाता था, अब सुरक्षा बलों की मौजूदगी से नई पहचान की ओर बढ़ रहा है। यहां स्थापित नया कैंप थाना ओरछा से 28 किमी, आदेर से 25 किमी, कुड़मेल से 15 किमी, जाटलूर से 10 किमी और धोबे से 5 किमी दूरी पर स्थित है। कैंप खुलने से ग्रामीणों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है और विकास कार्यों में गति आने की उम्मीद है।
2025 में 18 महत्वपूर्ण स्थानों पर खुले कैंप
पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों की अघोषित राजधानी कुतुल सहित कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम, तोके, जाटलूर, धोबे और डोडीमरका में कैंप स्थापित किए हैं। इन कैंपों से बड़े पैमाने पर सुरक्षा और विकास दोनों मोर्चों पर सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दे रहा है।
वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कार्रवाई
डोडीमरका कैंप स्थापना में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज पी. सुन्दराज, पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज अमित कांबले, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर रोबिनसन गुरिया, आईटीबीपी 44वीं वाहिनी कमांडेंट मुकेश कुमार दसमाना, सेनानी 16वीं बटालियन सीएएफ संदीप पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अक्षय सबद्रा, अजय कुमार, सुशील कुमार नायक, संजय महादेवा, उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक केसरी, मनोज मंडावी, अविनाश कंवर, कुलदीप बंजारे और अजय कुमार सिंह सहित अनेक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
साथ ही नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फाइटर और आईटीबीपी 27वीं, 38वीं, 40वीं एवं 44वीं वाहिनी के जवानों ने मिलकर अभियान को सफल बनाया।




