जिले के अंतिम छोर पर बसे जाटलूर पहुँची पहली कलेक्टर
ग्रामीणों की समस्याएँ सुनीं, शीघ्र समाधान का भरोसा - नियद नेल्लानार योजना का शत-प्रतिशत लाभ सुनिश्चित करने के निर्देश

नारायणपुर, 24 नवम्बर। नारायणपुर जिले के सुदूर और दुर्गम इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रशासनिक प्रयास लगातार जारी हैं। इसी क्रम में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं एवं पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरिया ने जिले के अंदरूनी अंचलों का दौरा कर जमीनी हालात की विस्तृत समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ममगाईं जिले के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम जाटलूर पहुँचने वाली पहली कलेक्टर बनीं।
कुड़मेल में छात्रावास निरीक्षण, व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश
जिला मुख्यालय से लगभग 110 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कुड़मेल पहुँचकर कलेक्टर ममगाईं ने बालक आश्रम छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन व्यवस्था, पेयजल, कमरों की स्वच्छता, शौचालय, सुरक्षा तथा दैनिक संसाधनों की संपूर्ण समीक्षा की।
उन्होंने बच्चों की संख्या, उपस्थिति और पोषक आहार उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कहा कि आश्रम में किसी भी प्रकार की कमी न रहे और सभी बच्चों को मानक सुविधाएँ उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने नियद नेल्लानार योजना एवं जल जीवन मिशन के तहत स्थापित नलकूपों का भी अवलोकन किया। ग्रामीणों की समस्याएँ सुनते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक समस्या का शीघ्र निराकरण कराया जाएगा।
उन्होंने क्षेत्र में स्वीकृत विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जनपद सीईओ ओरछा लोकेश चतुर्वेदी को निर्देश दिए कि सभी कार्य समय-सीमा के भीतर पूर्ण हों और गुणवत्ता में कोई लापरवाही न रहे।
जाटलूर पहुँचीं — छात्रावास की व्यवस्थाएँ जांचीं और सुधार के निर्देश
इसके बाद कलेक्टर ममगाईं जाटलूर पहुँचीं, जहाँ उन्होंने बालक आश्रम छात्रावास का निरीक्षण किया। यहां भी उन्होंने भोजन, पानी, कमरों, बिस्तर, शौचालय और अन्य आवश्यक सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा कर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जाटलूर सहित अंतिम छोर के गांवों की हर सुविधा, योजना व अधिकार तक पहुँच सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नियद नेल्लानार योजना का लाभ हर ग्रामीण तक पहुँचे — निर्देश
कलेक्टर ममगाईं ने अधिकारियों को राज्य सरकार की नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत सभी पात्र ग्रामीणों को शत-प्रतिशत लाभ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह योजना ग्रामीण विकास और जनजीवन में व्यापक परिवर्तन लाने का बड़ा माध्यम है, इसलिए इसके क्रियान्वयन में तेजी और पारदर्शिता दोनों आवश्यक हैं।
दौरे के दौरान जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खालको, डीएफओ एमजी वेंकेटेशा, टीई धर्माराम टिर्की सहित अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रशासनिक दौरा ग्रामीणों के बीच उम्मीद और उत्साह का कारण बना। ग्रामीणों ने कहा कि पहली बार किसी कलेक्टर के जाटलूर पहुँचने से यह अहसास हुआ कि सरकार की योजनाएँ अब सचमुच अंतिम छोर तक पहुँच रही हैं।




