कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने किया मत्स्य पालन केंद्र का शैक्षणिक भ्रमण
RAWE कार्यक्रम के तहत मछली पालन की वैज्ञानिक तकनीकों का अध्ययन


भ्रमण का नेतृत्व अधिष्ठाता डॉ. रत्ना श्याम किशोर नशीने ने किया। कार्यक्रम में RAWE समन्वयक एवं सहायक प्राध्यापक कृषि अर्थशास्त्र डॉ. देवेंद्र कुमार कुर्रे, उद्यानिकी विशेषज्ञ डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह पैकरा, पादप प्रजनन विभाग के डॉ. नवीन कुमार मरकाम, कीट विज्ञान की डॉ. सविता आदित्य, कृषि अभियांत्रिकी के डॉ. नवनीत कुमार ध्रुव, रोग विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. विवेक विश्वकर्मा, कृषि विस्तार विभाग के डॉ. महेश दाहिरे तथा मृदा विज्ञान विभाग के राज सिंह सेंगर ने मार्गदर्शन प्रदान किया।
मत्स्य पालन केंद्र के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को रोहू, कतला और मृगल जैसी प्रमुख प्रजातियों के पालन, आहार प्रबंधन, जल गुणवत्ता परीक्षण, बीज उत्पादन, तालाब संरचना, ऑक्सीजन संतुलन और रोग नियंत्रण की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही छात्रों को बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मत्स्य पालन आय के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में तेजी से उभर रहा है।
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने तालाब की गहराई, जैविक खाद के उपयोग, प्रबंधन तकनीकों और बाजार मूल्य निर्धारण पर भी व्यवहारिक जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों ने सक्रियता के साथ प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा व्यक्त की। इस अवसर पर भुवनेश्वर कश्यप, योगेंद्र मरकाम, लोकेश साहू, दिलीप मंडावी, मोनिका कान्त, अग्नि गोरे सहित चतुर्थ वर्ष के सभी छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।
अंत में RAWE प्रभारी एवं संकाय सदस्यों ने कहा कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान से जोड़ने के साथ-साथ उद्यमशीलता को भी प्रोत्साहित करते हैं, जिससे वे भविष्य में कृषि आधारित रोजगार एवं उद्यम विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।




