अबूझमाड़ में विकास की रफ्तार तेज — नारायणपुर से सितरम तक सड़क कनेक्टिविटी पूरी, जल्द मिलेगी मोबाइल-इंटरनेट सुविधा

नारायणपुर | 8 नवम्बर 2025
नारायणपुर पुलिस को एक और बड़ी उपलब्धि मिली है। सोनपुर–कांदुलपार–सितरम मार्ग के जरिए अब नारायणपुर जिले की सड़क कनेक्टिविटी कांकेर जिले की सीमा तक पूरी हो गई है। इससे अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में विकास की नई रोशनी पहुंचने लगी है। आने वाले दिनों में मोबाइल और इंटरनेट नेटवर्क की सुविधा भी पूरी तरह बहाल हो जाएगी।
माड़ बचाओ अभियान से बदल रहा अबूझमाड़ का चेहरा
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित “माड़ बचाओ अभियान” ने अबूझमाड़ के हालात बदल दिए हैं। नक्सल उन्मूलन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन अब क्षेत्र के विकास कार्यों पर भी तेजी से काम कर रहा है। शांत, सुरक्षित और उन्नत नारायणपुर के लक्ष्य की ओर जिला तेजी से बढ़ रहा है।
सोनपुर–कांदुलपार–सितरम मार्ग पर 8वां सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प
नारायणपुर पुलिस ने थाना सोनपुर के ग्राम सितरम में नया “सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प” स्थापित किया है। यह सोनपुर से अंदर आठवां कैम्प है। इस कैम्प की स्थापना 7 नवम्बर 2025 को की गई। कैम्प खुलने से क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों को न केवल सुरक्षा मिली है, बल्कि उन्हें सड़क और सरकारी योजनाओं की पहुंच भी सुनिश्चित हुई है।
70 किलोमीटर की सड़क से जोड़ दिए गए दुर्गम गांव
नारायणपुर पुलिस ने कांकेर जिले के छोटेबेठिया बॉर्डर तक लगभग 70 किलोमीटर लंबी सड़क कनेक्टिविटी बना ली है। सितरम तक पहुंचने वाले इस मार्ग में अब ढोंढरीबेड़ा, मसपुर, होरादी, गारपा, कांदुलपार, पांगुड़, कोंगे और सितरम जैसे गांव सीधे जोड़ दिए गए हैं।
तीन चरणों में सड़क निर्माण, 10 हजार लोगों तक पहुंची सुविधाएँ
नारायणपुर से मसपुर तक 40 किलोमीटर बीटी रोड, मसपुर से कांदुलपार तक 15 किलोमीटर डब्ल्यूबीएम रोड और कांदुलपार से सितरम तक 15 किलोमीटर तक पहुंच मार्ग तैयार किया गया है। इस सड़क से करीब 10 हजार ग्रामीण अब सीधे विकास की मुख्यधारा से जुड़ गए हैं।
अब इन इलाकों में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, राशन दुकानें और मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाएं तेज़ी से विस्तार पा रही हैं।
जल्द पूरी होगी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी
वर्तमान में नारायणपुर–सोनपुर–कांदुलपार–सितरम एक्सिस में कुरूषणार और बासिंग में बीएसएनएल व जिओ टावर संचालित हैं। वहीं सोनपुर, ढोंढरीबेड़ा, होरादी, मसपुर और गारपा में जिओ टावर चालू हो चुके हैं। कांदुलपार, पांगुड़, कोंगे और सितरम में जिओ टावर निर्माणाधीन हैं। इसके पूर्ण होने पर अबूझमाड़ के अधिकांश हिस्से डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे।
नक्सल उन्मूलन अभियान में मिली बड़ी सफलता
सुरक्षा बलों की सक्रियता से नक्सल प्रभावित इलाकों में आम लोगों को हिंसा से राहत मिल रही है। पुलिस के अनुसार वर्ष 2024 से अब तक 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि 99 नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए और 117 को गिरफ्तार किया गया है।
शांति और विकास की नई पहचान बनेगा नारायणपुर
पुलिस के निरंतर प्रयासों से अबूझमाड़ में शांति और विश्वास का वातावरण बन रहा है। अधिकारी बताते हैं कि सड़क और मोबाइल कनेक्टिविटी से अबूझमाड़ के हर गांव तक शासन की योजनाएं और मूलभूत सुविधाएं पहुंचेंगी। नारायणपुर अब तेजी से शांत, सुरक्षित और विकसित जिले के रूप में उभर रहा है।




