संस्कृति से जुड़ाव और आत्मविश्वास की नींव है ऐसे आयोजन- पार्षद रमशीला नाग

नारायणपुर- चंदेनीभाटा में बच्चों ने प्रस्तुत किए माँ दुर्गा के नौ रूप, सांस्कृतिक कार्यक्रम ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध…
नारायणपुर। नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर नगर के आश्रम वार्ड अंतर्गत चंदेनीभाटा में रविवार की शाम सांस्कृतिक रंगों से सराबोर एक भव्य आयोजन हुआ। वार्डवासियों के सामूहिक सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा प्रस्तुत माँ दुर्गा के नौ रूपों की जीवंत प्रस्तुति रही। नन्हे कलाकारों ने अपनी सजीव अभिव्यक्ति, मनमोहक अभिनय और भावपूर्ण नृत्य से ऐसा समां बाँधा कि पूरा प्रांगण भक्ति और उमंग से झूम उठा।

माँ दुर्गा के स्वरूपों की झलक
बाल कलाकारों ने माँ शैलपुत्री से लेकर सिद्धिदात्री तक के प्रत्येक स्वरूप को मंच पर जीवंत कर दिया। लाल, पीले और सफेद परिधानों में सजे बच्चों ने पारंपरिक नृत्य मुद्राओं और अभिनय के माध्यम से शक्ति के प्रत्येक रूप का प्रभावी प्रदर्शन किया। जैसे ही माँ महागौरी और कात्यायनी की झांकी मंच पर आई, दर्शकों की तालियों से पूरा वातावरण गूंज उठा।

दर्शकों ने कहा – बच्चों ने रचा अलौकिक वातावरण
दर्शकों ने बच्चों की प्रस्तुतियों को देखते हुए कहा कि यह केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक अध्यात्मिक अनुभव जैसा था। छोटे बच्चों के समर्पण और आत्मविश्वास ने बड़े-बड़ों को भी चकित कर दिया। कई अभिभावकों की आँखें भावनाओं से नम हो गईं।
पार्षद का उद्बोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद रमशीला नाग ने कहा—
“ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही हमारी परंपरा और संस्कृति से भी जोड़ते हैं। यह भावी पीढ़ी के व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने इस आयोजन को वार्डवासियों की एकता और सामाजिक जागरूकता का प्रतीक बताते हुए बच्चों को निरंतर प्रोत्साहन देने की अपील की।
स्थानीयजन की सहभागिता
कार्यक्रम में हृदय वर्मा, देशराज यदु, दीपाली नाग, हेमलता तेता, कन्हैया लामा, धर्मेंद्र कुलदीप, पूजा कुलदीप सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अभिभावक और ग्रामीणजन उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन की सराहना की और कहा कि यह परंपरा भविष्य में भी जारी रहनी चाहिए।
समापन पर हुआ सम्मान
कार्यक्रम के अंत में मंच पर उपस्थित अतिथियों ने बच्चों को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। बच्चों के चेहरे पर उत्साह और गर्व साफ झलक रहा था। दर्शकों ने भी खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया।
माहौल हुआ भक्तिमय
पूरे आयोजन के दौरान वातावरण में माता के जयकारों की गूंज रही। बच्चों की प्रस्तुतियों के साथ ही गीत-संगीत और नृत्य की ताल ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। कई लोगों ने कहा कि यह आयोजन नवरात्र महोत्सव के वास्तविक स्वरूप को दर्शाता है।




