10 वर्षों से सक्रिय गौ-तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, नारायणपुर पुलिस ने 4 आरोपियों को भेजा जेल

34 मवेशियों को क्रूरता पूर्वक ले जा रहे थे वध के लिए, कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला
नारायणपुर। जिले में सक्रिय अंतरराज्यीय गौ-तस्करी गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नारायणपुर पुलिस ने 10 वर्षों से इस अवैध कारोबार में लिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया के मार्गदर्शन में थाना धौड़ाई की टीम द्वारा की गई।

मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने 20 जुलाई की रात चार संदिग्धों को पकड़कर जब पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। आरोपी 34 मवेशियों को बालोद जिले के करहीभदर बाजार से खरीदकर गीदम होते हुए तेलंगाना ले जा रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे मवेशियों को वध के लिए तेलंगाना राज्य में बेचने के उद्देश्य से ले जा रहे थे और यह कार्य वे विगत 8 से 10 वर्षों से कर रहे हैं।
दस्तावेज नहीं, मवेशियों के साथ अमानवीय बर्ताव
पुलिस की जांच में पाया गया कि आरोपियों के पास न तो मवेशियों की खरीदी-बिक्री से संबंधित कोई दस्तावेज था और न ही उनके परिवहन की वैध अनुमति। साथ ही, मवेशियों को क्रूरता पूर्वक मारते-पीटते हुए ले जाया जा रहा था। इस आधार पर पुलिस ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(घ) एवं कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6 एवं 10 के तहत अपराध क्रमांक 06/2025 दर्ज कर चारों आरोपियों को जेल भेज दिया।
गिरफ्तार आरोपी ये हैं —
- दशाराम उर्फ दशराम मुरामी पिता स्व. लच्छु मुरामी (48), निवासी कटुलनार पटेलपारा, थाना गीदम, जिला दंतेवाड़ा।
- दियारू राम मुरामी पिता स्व. पोदिया राम मुरामी (40), निवासी कटुलनार पटेलपारा, थाना गीदम, जिला दंतेवाड़ा।
- शंकर लेकाम उर्फ शंकर लेखमी पिता मारो राम लेकाम (19), निवासी गोटपाल, थाना गीदम, जिला दंतेवाड़ा।
- रामधर बेके उर्फ रामधर वेक पिता लच्छु राम बेके (30), निवासी कटुलनार विसपारा, थाना गीदम, जिला दंतेवाड़ा।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध पूर्व में भी गौ-तस्करी से संबंधित मामले दर्ज होने की जांच की जा रही है। मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।



