माओवादियों की करतूत : मडोनार में मोबाइल टावर को किया आग के हवाले, जनरेटर क्षतिग्रस्त

जनसुविधाओं को नुकसान पहुंचाने की नापाक कोशिश, पुलिस-ITBP ने इलाके में चलाया सर्च ऑपरेशन
नारायणपुर (छोटेडोंगर)।
जिले के छोटेडोंगर थाना अंतर्गत ग्राम मडोनार में एक बार फिर माओवादियों ने हिंसक इरादों से विकास कार्यों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। सोमवार रात 14 जुलाई को लगभग 9:30 से 10:00 बजे के बीच अज्ञात माओवादियों ने जिओ मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया। घटना में टावर का जनरेटर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
हालांकि, टावर की विद्युत आपूर्ति चालू होने की वजह से मोबाइल नेटवर्क सेवा बाधित नहीं हुई है, लेकिन इस घटना से क्षेत्र में एक बार फिर दहशत का माहौल बन गया है।
जनसुविधाओं पर हमला, माओवादियों की कायरता उजागर
जानकारी के अनुसार, माओवादियों का यह हमला सीधे तौर पर आम जनता की सुविधा और संचार माध्यमों को ठप करने के मकसद से किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क एकमात्र संचार का जरिया है और इसका नुकसान सीधे जनता की दिनचर्या को प्रभावित करता है।
“नक्सली लगातार विकास विरोधी गतिविधियों को अंजाम देकर यह साबित कर रहे हैं कि वे क्षेत्र में शांति और प्रगति के विरोधी हैं,” — एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
सुरक्षा बल सतर्क, सर्चिंग अभियान तेज
घटना की सूचना मिलते ही जिला पुलिस बल और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की संयुक्त टीम ने आस-पास के क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मडोनार और उसके आसपास के जंगलों, पगडंडियों और संभावित ठिकानों में माओवादियों की तलाश की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबल क्षेत्र में गश्त और निगरानी को और अधिक मजबूत कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ग्रामीणों में दहशत, लेकिन सहयोगी रुख बरकरार
घटना के बाद मडोनार सहित आसपास के गांवों में भय का माहौल व्याप्त है। बावजूद इसके, ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों को आवश्यक जानकारी और सहयोग देने में तत्परता दिखाई है। गांव के कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने रात में धुआं और हलचल देखी थी, लेकिन डर के मारे बाहर नहीं निकले।
संचार सेवा को बाधित करने की रणनीति
माओवादियों द्वारा संचार नेटवर्क को नुकसान पहुंचाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। पूर्व में भी कई बार दूर-दराज के इलाकों में मोबाइल टावर, बिजली के खंभे, और सड़क निर्माण कार्यों को निशाना बनाया जा चुका है। ऐसे हमलों का एक ही उद्देश्य होता है — आम जनता को सरकार की योजनाओं से दूर रखना और क्षेत्र में अराजकता बनाए रखना।
प्रशासन की सख्त चेतावनी, दोषियों की तलाश जारी
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि जनसुविधाओं को पुनः सामान्य करने और दोषियों को जल्द पकड़ने की दिशा में तत्परता से कार्य करें।
“माओवादियों की इस तरह की घटनाएं आमजनता के खिलाफ हिंसा है, और इसका करारा जवाब दिया जाएगा,” — पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर
विकास के मार्ग पर रोड़ा बनते माओवादी
मडोनार में मोबाइल टावर को नुकसान पहुंचाने की घटना एक बार फिर यह स्पष्ट करती है कि माओवादी विकास विरोधी मानसिकता से ग्रसित हैं। सरकार और सुरक्षा बल लगातार इस क्षेत्र को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं माओवादी अपने अस्तित्व की लड़ाई में जनसुविधाओं को बाधित कर जनता को भयभीत करने की कोशिश कर रहे हैं।
लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं। जन सहयोग, सुरक्षा बलों की सक्रियता और शासन की विकास योजनाएं माओवाद के समूल अंत की ओर बढ़ रही हैं।



