बिजली दरों में चौथी बार वृद्धि पर कांग्रेस का हमला

भाजपा सरकार किसानों की कमर तोड़ रही है – रवि देवांगन
थर्मल प्लांटों को महंगे दर पर कोयला खरीदने को मजबूर कर रही सरकार
नारायणपुर।
प्रदेश में बिजली दरों में लगातार चौथी बार हुई वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। ब्लॉक कांग्रेस और शहर कांग्रेस कमेटी ने संयुक्त प्रेसवार्ता आयोजित कर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने डेढ़ साल में चार बार बिजली दर बढ़ाकर किसानों, गरीबों और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने का काम किया है।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रवि देवांगन ने कहा कि भाजपा की नीतियाँ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब-जब भाजपा सत्ता में आती है, बड़े उद्योगपतियों के करोड़ों रुपये माफ कर दिए जाते हैं और इसकी भरपाई आम जनता से की जाती है।
“महंगाई की मार पहले ही झेल रही जनता पर अब बिजली दरों का बोझ डाल दिया गया है,” उन्होंने कहा।
रवि देवांगन ने आंकड़ों के साथ दावा किया कि वर्ष 2003 में बिजली की दर ₹3.40 प्रति यूनिट थी, जो भाजपा शासनकाल में बढ़कर ₹6.40 प्रति यूनिट तक पहुंच गई। वहीं कांग्रेस सरकार ने 2018 में बिजली बिल हाफ योजना शुरू कर 65 लाख परिवारों को 3264 करोड़ रुपए की राहत दी थी।
उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने किसानों के लिए कृषि पंपों पर 50 पैसे प्रति यूनिट की दर से वृद्धि कर दी है। साथ ही, आरोप लगाया कि सरकार अपनी पसंदीदा कंपनियों को कोयला खदानें बेच रही है और थर्मल प्लांटों को महंगे दामों पर कोयला खरीदने के लिए मजबूर कर रही है। इसका सीधा असर बिजली दरों पर पड़ रहा है।
प्रेसवार्ता के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष बिसेल नाग, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रघु मानिकपुरी, महासचिव शेख तौहीद अहमद, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बोधन देवांगन, पूर्व उपाध्यक्ष नगर पालिका प्रमोद नैलवाल, वरिष्ठ नेता वीपी शुक्ला, राकेश केसरिया सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कांग्रेस ने आगामी दिनों में बिजली कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है। उन्होंने इसे जनविरोधी निर्णय बताते हुए वापस लेने की मांग की है।




