
भूपेश बघेल के बेटे के समर्थन में कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा ने साधा निशाना
भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास, कोयला आबंटन और वन स्वीकृति के दस्तावेज किए जारी
नारायणपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को लेकर प्रदेशभर में कांग्रेस के किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अब ‘पुत्र मोह’ में अंधी हो गई है और पूरे संगठन को एक व्यक्ति के लिए सड़कों पर उतार दिया गया है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष संध्या पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल और पूर्व जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम ने संयुक्त बयान में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “भूपेश बघेल बताएं कि उनका बेटा चैतन्य बघेल कांग्रेस में किस पद पर है? पदहीन व्यक्ति के लिए पूरे प्रदेश में प्रदर्शन हो रहा है, क्या यही है कांग्रेस का चरित्र?”
नेताओं ने भूपेश बघेल को “झूठ की फैक्ट्री” बताते हुए कहा कि उनके शासनकाल में छत्तीसगढ़ को दस जनपथ का चारागाह बना दिया गया था। भाजपा नेताओं ने दावा किया कि कोयला ब्लॉक आवंटन, पर्यावरण स्वीकृति और पेड़ कटाई के मामलों में खुद भूपेश बघेल की भूमिका संदिग्ध रही है और अब उन्हीं मुद्दों पर कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है।
दस्तावेजों के साथ लगाए गंभीर आरोप
प्रेस वार्ता में भाजपा ने कई दस्तावेज सार्वजनिक करते हुए दावा किया कि भूपेश बघेल ने स्वयं कोयला ब्लॉकों की स्वीकृति के लिए पत्राचार किया।
भाजपा नेताओं के अनुसार:
- 23 जून 2011: केंद्र की कांग्रेस सरकार ने तारा परसा ईस्ट और कांटे बासन कोल ब्लॉक खोलने का प्रस्ताव दिया।
- 16 अक्टूबर 2019: छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने पर्यावरण स्वीकृति की सिफारिश की।
- 31 मार्च 2021: गारे पेलमा सेक्टर-2, रायगढ़ कोलफील्ड के लिए समझौता।
- 19 अप्रैल 2022 और 23 जनवरी 2023: वन स्वीकृति स्टेज-1 और स्टेज-2 की सिफारिशें।
- 25 मार्च 2022: भूपेश सरकार ने राजस्थान सरकार को कोल माइंस का आबंटन किया।
भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर भी कांग्रेस पर बरसे
भाजपा नेताओं ने कहा कि “शराब घोटाले से लेकर पीएससी घोटाले तक कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की जनता के संसाधनों को लूटा है।” अब जब एक-एक कर भ्रष्टाचार के आरोपियों पर कार्रवाई हो रही है, तो कांग्रेस उसे राजनीतिक रंग देकर लोगों को भटका रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस कथन पर भी भाजपा ने तंज कसा जिसमें उन्होंने कोल ब्लॉक विरोधियों से अपने घर की बिजली बंद करने को कहा था।
भाजपा ने सवाल उठाया कि “क्या अब बघेल अपने घर और कांग्रेस कार्यालय की बिजली बंद करेंगे?”
भाजपा ने पूछे कांग्रेस से तीखे सवाल
प्रेसवार्ता के अंत में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस से तीन प्रमुख सवाल पूछे:
- क्या कांग्रेस अब मनमोहन सिंह सरकार के निर्णयों के लिए माफी मांगेगी?
- क्या भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता अब बिजली का उपयोग बंद करेंगे?
- क्या कांग्रेस हर अपराधी के समर्थन में इसी तरह सड़कों पर उतरेगी?
भाजपा नेताओं ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी, तब राजस्थान के तत्कालीन मंत्री बी.डी. कल्ला ने भी कोल ब्लॉक को लेकर पत्राचार किया था और उसी दौरान अडानी को ऑपरेटर नियुक्त किया गया था।
पत्रकार वार्ता में रहे कई वरिष्ठ नेता मौजूद
इस पत्रकार वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन देवांगन, गौतम गोलछा, भाजपा जिलामहामंत्री संदीप कुमार झा, सुकमन कचलाम, प्रशांत सिंह, अनूप भट्टाचार्य और उज्जवल सोनी भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा अब जनता के सामने आ गया है। “भ्रष्टाचारियों को बचाने की यह साजिश जनता को बर्दाश्त नहीं है।”




