तायक्वांडो एवं किक बॉक्सिंग की दो उभरती खिलाड़ियों को मिली आर्थिक सहायता

कलेक्टर के निर्देश पर सीएसआर मद से दी गई प्रोत्साहन राशि
नारायणपुर। जिले की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा एक सराहनीय पहल की गई है। तायक्वांडो एवं किक बॉक्सिंग की उभरती हुई दो महिला खिलाड़ी—अंजली कांगे और सुमन सलाम को सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) मद से कुल 18 हजार 700 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
यह सहायता कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई के निर्देशन पर डिप्टी कलेक्टर डॉ. समित गर्ग के माध्यम से दी गई। दोनों खिलाड़ियों द्वारा आर्थिक सहायता हेतु प्रस्तुत किए गए आवेदन पर सकारात्मक पहल करते हुए कलेक्टर ममगाई ने जायसवाल निको इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक को पत्र प्रेषित किया था। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कंपनी द्वारा सीएसआर मद अंतर्गत कुल 18,700 रुपये की राशि जारी की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अंजली कांगे और सुमन सलाम को समान रूप से 9,350-9,350 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। यह सहायता उनकी खेल गतिविधियों में आवश्यक संसाधन जुटाने, प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिताओं में भागीदारी हेतु सहयोगी साबित होगी।
जिला प्रशासन और औद्योगिक संस्थानों के संयुक्त प्रयासों से जिले की प्रतिभाओं को मंच देने की यह पहल खेल क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन रही है। विशेषकर आदिवासी बहुल एवं दूरस्थ क्षेत्र में रहने वाले खिलाड़ियों को इससे नई ऊर्जा और उत्साह मिलेगा।
डिप्टी कलेक्टर डॉ. समित गर्ग ने बताया कि यह सहयोग जिले की बेटियों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए किया गया है। प्रशासन का प्रयास है कि ऐसे होनहार खिलाड़ी, जो संसाधनों के अभाव में पिछड़ जाते हैं, उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाई जाए।
खिलाड़ियों में उत्साह
आर्थिक सहयोग मिलने पर अंजली कांगे एवं सुमन सलाम ने जिला प्रशासन एवं जायसवाल निको इंडस्ट्रीज का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग उनके लिए केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि आत्मविश्वास बढ़ाने वाली प्रेरणा है। वे भविष्य में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करने का सपना देखती हैं।
खेल के विकास की दिशा में सकारात्मक कदम
जिला प्रशासन की यह पहल न केवल खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि इससे ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों के अन्य युवाओं को भी खेल की दुनिया में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। जिले में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता है तो उन्हें सही दिशा और संसाधन उपलब्ध कराने की।




