महिला पार्षदों की पहल, जिला अस्पताल और सड़क सुधार की मांग

“महिला पार्षदों की पहल: जिला अस्पताल और सड़क सुधार की मांग”

नारायणपुर | नारायणपुर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी सुविधाओं की बदहाली को लेकर स्थानीय महिला जनप्रतिनिधियों ने एक बड़ी पहल की है। नगर पालिका परिषद नारायणपुर की समस्त महिला पार्षदगण ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव सुश्री निहारिका बारिक सिंह से सर्किट हाउस में मुलाकात कर जिला अस्पताल की खराब स्थिति और जर्जर सड़कों को लेकर अपनी चिंता जताई।
महिला पार्षदों ने बताया कि नारायणपुर जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ और अन्य आवश्यक विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है। इसके अलावा, मलेरिया किट और एंटी वेनम जैसे जरूरी जीवनरक्षक संसाधन भी उपलब्ध नहीं हैं, जिससे आम जनता को विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और बच्चों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
महिलाओं ने प्रमुख सचिव को बताया कि जिले में स्वास्थ्य संबंधी किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में मरीजों को नारायणपुर से बाहर जाना पड़ता है, लेकिन नारायणपुर से कोण्डागांव और अंतागढ़ की सड़कें इतनी जर्जर हैं कि सफर करना अत्यंत जोखिमपूर्ण हो गया है।
जनहित में अपनी मांगों को मजबूती से रखते हुए महिला पार्षदों ने आग्रह किया कि जिला अस्पताल में महिला चिकित्सकों की नियुक्ति की जाए और स्वास्थ्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, नारायणपुर से अंतागढ़ व कोण्डागांव तक की सड़कों की मरम्मत जल्द शुरू की जाए।
प्रमुख सचिव सुश्री निहारिका बारिक सिंह ने सभी मांगों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि जल्द ही स्वास्थ्य और सड़क सुधार से जुड़ी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शासन स्तर पर इस विषय को प्राथमिकता दी जा रही है।
इस मुलाकात के दौरान महिला पार्षदों में रमशीला नाग, रीता मंडल, संगीता जैन, नेहा कश्यप और कीर्ति पोटाई विशेष रूप से उपस्थित रहीं। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि यह पहल केवल नारायणपुर ही नहीं, बल्कि पूरे बस्तर संभाग की महिलाओं के लिए एक सशक्त कदम है।
“अगर अस्पताल में डॉक्टर और दवाइयां नहीं होंगी, तो महिलाएं सबसे पहले प्रभावित होती हैं। हमारी यह पहल हर माँ-बहन की सुरक्षा के लिए है।”




