कलेक्टर ने की आश्रम छात्रावासों की समीक्षा, लापरवाह अधीक्षकों पर सख्ती के निर्देश

छात्रावासों में मरम्मत कार्य समय पर पूर्ण करने व निगरानी समिति के पुनर्गठन पर जोर…

नारायणपुर, 13 जून।
जिले में संचालित 45 आश्रम छात्रावासों की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कार्यालय के सभा कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में आदिवासी विकास विभाग, जनपद पंचायत ओरछा एवं नारायणपुर के अधिकारियों सहित सभी छात्रावासों के अधीक्षक एवं अधीक्षिकाएं मौजूद रहे।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने छात्रावासों में मूलभूत सुविधाओं की बिंदुवार समीक्षा करते हुए लघु एवं दीर्घ मरम्मत कार्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावासों के सफल संचालन के लिए मरम्मत कार्यों को सत्र प्रारंभ होने से पहले हर हाल में पूरा किया जाए, ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
लापरवाह अधीक्षकों पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर ममगाईं ने बालक आश्रम किहकाड़ के अधीक्षक द्वारा कार्य में लापरवाही बरते जाने पर नाराजगी जताई और तत्काल कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश सहायक आयुक्त को दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निगरानी व पालक समितियों का होगा पुनर्गठन
बैठक में आश्रम छात्रावासों की निगरानी समिति एवं पालक समिति में निष्क्रिय सदस्यों को हटाकर सक्रिय सदस्यों को शामिल कर पुनर्गठन किए जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही भृत्यों का संलग्नीकरण समाप्त कर उनके युक्तियुक्तकरण पर भी जोर दिया गया।
प्रबंधन और शैक्षणिक कार्यों में अधीक्षकों की भूमिका स्पष्ट
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी अधीक्षक एवं अधीक्षिकाएं छात्रावासों में नियमित रूप से उपस्थित रहें और न केवल प्रबंधन संबंधी कार्यों की निगरानी करें बल्कि शैक्षणिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभाएं।
बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकांक्षा शिक्षा खलखो, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग राजेन्द्र सिंह, मण्डल संयोजक नारायणपुर एवं ओरछा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।




