बस्तर की तरक्की में रफ्तार देगी रेल: रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना को मिली मंजूरी, केदार कश्यप ने जताया प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार

3513.11 करोड़ की लागत से बनेगी 140 किमी लंबी रेल लाइन, बस्तर के विकास को मिलेगा नया आयाम…

नारायणपुर, 8 मई।
बस्तर के लोगों के लिए खुशखबरी है। भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने रावघाट से जगदलपुर तक नई 140 किलोमीटर लंबी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है। 3513.11 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना का खर्च केन्द्र सरकार वहन करेगी। इस ऐतिहासिक स्वीकृति पर छत्तीसगढ़ सरकार में वन मंत्री और नारायणपुर विधायक केदार कश्यप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया है।
मंत्री केदार कश्यप ने कहा, “बस्तर के अंचल और भीतरी क्षेत्रों को पहली बार रेल नेटवर्क से जोड़ने जा रहा यह निर्णय जनजातीय समाज की वर्षों पुरानी मांग की पूर्ति है। मोदी है तो मुमकिन है – इस नारे को बस्तर ने अब सच होते देखा है।”
उन्होंने कहा कि यह रेल परियोजना बस्तर के सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी। खासकर कोंडागांव और नारायणपुर जैसे जिलों को पहली बार रेलवे मानचित्र पर स्थान मिलेगा, जिससे इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी सुधार होगा।
पर्यटन, व्यापार और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
वन मंत्री ने कहा कि यह रेल मार्ग बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और समृद्ध जनजातीय संस्कृति को देखने आने वाले पर्यटकों के लिए एक नया रास्ता खोलेगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और व्यापार की संभावनाएं भी कई गुना बढ़ेंगी।
उन्होंने कहा कि बस्तर की बहुप्रतीक्षित यह परियोजना अब केवल सपना नहीं, बल्कि साकार होती नई शुरुआत है। यह परियोजना क्षेत्र के युवाओं, किसानों और व्यवसायियों के लिए अनेक संभावनाओं के द्वार खोलेगी।
बस्तर के विकास की इस ऐतिहासिक परियोजना को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल है और उम्मीद की जा रही है कि निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा।




