नारायणपुर

“विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस” पर पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन

नारायणपुर | शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नारायणपुर के ग्रंथालय विभाग द्वारा “विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस” के अवसर पर महाविद्यालय परिसर में भव्य पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य विद्यार्थियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देना और उन्हें साहित्यिक धरोहरों से जोड़ना रहा।

कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.आर. कुंजाम, आईक्यूएसी प्रभारी श्री आर.के. यादव, सहायक प्राध्यापक डॉ. योगेंद्र कुमार एवं लाइब्रेरियन श्री संजय कुमार पटेल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. कुंजाम ने कहा कि, “पुस्तकें व्यक्ति के मानसिक विकास, कल्पनाशक्ति, स्मरण क्षमता और संचार कौशल को निखारने का सर्वोत्तम माध्यम हैं। विद्यार्थियों को नियमित रूप से पुस्तक अध्ययन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।”

लाइब्रेरियन श्री संजय कुमार पटेल ने बताया कि विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस हर वर्ष 23 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1995 में यूनेस्को द्वारा की गई थी। यह दिन न केवल पाठन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है, बल्कि लेखकों, प्रकाशकों और पुस्तकालयों की भूमिका को भी सम्मान देने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने यह भी बताया कि 23 अप्रैल को विलियम शेक्सपियर एवं मैनुअल डे सर्वेंटेस जैसे विश्वविख्यात साहित्यकारों की पुण्यतिथि एवं जन्मतिथि होने के कारण यह तिथि चुनी गई।

प्रदर्शनी में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने विशेष रुचि दिखाई। प्रदर्शित पुस्तकों में विभिन्न विषयों, साहित्यिक कृतियों, आत्मकथाओं, विज्ञान, समाजशास्त्र एवं प्रेरणादायक पुस्तकों को शामिल किया गया था।

डॉ. मीनाक्षी ठाकुर, डॉ. विजय लाल तिवारी, बुक लिफ्टर श्री मेष राम ठाकुर, छात्र-छात्राएं एवं महाविद्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस आयोजन में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का मूल उद्देश्य था विद्यार्थियों को पुस्तकालय के महत्व से अवगत कराना, उन्हें पुस्तक पढ़ने के प्रति प्रेरित करना और यह समझाना कि “पुस्तकें सिर्फ ज्ञान का भंडार नहीं, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर मार्गदर्शक होती हैं।”


 

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