अबुझमाड़ के गट्टाकाल में समाज कल्याण विभाग की टीम ने किया चुनौतीपूर्ण दौरा

अबुझमाड़ के गट्टाकाल में समाज कल्याण विभाग की टीम ने किया चुनौतीपूर्ण दौरा, 317 हितग्राहियों को मिला लाभ…
नारायणपुर, 11 अप्रैल 2025
राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के लक्ष्य के तहत समाज कल्याण विभाग की टीम ने जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गम व घने जंगलों के बीच बसे ग्राम गट्टाकाल में सफल दौरा किया। विभाग की टीम ने मोहंदी तक शासकीय वाहन से पहुँचने के बाद लगभग 9-10 किलोमीटर का पहाड़ी और पथरीला रास्ता पैदल तय कर ग्रामीणों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाया।

समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जानकारी दी कि अबुझमाड़ क्षेत्र, जो अपनी रहस्यमयता, घने जंगलों, ऊँचे पहाड़ों और माओवादी प्रभाव के कारण वर्षों से विकास की पहुँच से वंचित रहा है, अब राज्य सरकार की “नियद नेलानार योजना” के अंतर्गत धीरे-धीरे मुख्यधारा से जुड़ रहा है।

इस अभियान के तहत गट्टाकाल समेत 19 गांवों में बेसलाइन सर्वे कर 317 हितग्राहियों को चिन्हांकित किया गया, जिसमें 211 वृद्धजन, 77 विधवा महिलाएं और 17 दिव्यांगजन शामिल हैं। इन्हें सामाजिक सहायता कार्यक्रमों के अंतर्गत पेंशन का लाभ प्रदान किया गया। साथ ही, 32 दिव्यांगों का UDID कार्ड बनाकर उन्हें सरकारी योजनाओं में शामिल किया गया।
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देश पर कुतुल कैम्प के अंतर्गत 5 अप्रैल को हुए पहले चरण के सर्वे में गट्टाकाल में 49 हितग्राहियों को पेंशन दी गई, जिनमें 12 नए लाभार्थियों को जोड़ा गया। 6 दिव्यांगों को सहायक उपकरण जैसे व्हीलचेयर, बैशाखी और वृद्ध छड़ी भी प्रदान की गई।
इस दौरान ग्राम मोहंदी निवासी सोनूराम, जो पिछले 35 वर्षों से दिव्यांग हैं, उन्हें पहली बार व्हीलचेयर मिली। व्हीलचेयर मिलने की खुशी में सोनूराम ने कहा कि अब वे अपने घर से बाहर निकल सकेंगे और इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन का आभार जताया।
इस सराहनीय कार्य में समाज कल्याण विभाग की उपसंचालक वैशाली मरडवार, जनपद सीईओ ओरछा लोकेश्वर चर्तुवेदी, सरपंच कुतुल राजू तथा विभाग की टीम विजय चौधरी, रविंद्र साहू, जगदीश नाग, पितांबर देवांगन और मुकेश उसेण्डी शामिल रहे।




