नारायणपुर

नारायणपुर महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया

नारायणपुर, 28 फरवरी 2025। शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणपुर में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन का आयोजन छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर और राष्ट्रीय विज्ञान एवं संचार परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि श्री नरेंद्र मेश्राम, जनभागीदारी अध्यक्ष, शासकीय स्वामी आत्मानंद महाविद्यालय, और विशिष्ट अतिथि श्रीमती रश्मि कतलाम सहित संस्था प्रमुख प्राचार्य डॉ. एस.आर. कुंजाम, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. बी.डी. चांडक (भौतिक विभागाध्यक्ष) सहित महाविद्यालय के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्रपट पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से की गई। पौराणिक परंपराओं का पालन करते हुए अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर साल 28 फरवरी को भारत के महान वैज्ञानिक सर सीवी रमन के सम्मान में उनकी जयंती पर मनाया जाता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नरेंद्र मेश्राम ने कहा कि भारत अपने स्वदेशी तकनीकी के माध्यम से अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हो रहा है और यह हमारे आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विज्ञान मेला की प्रदर्शनी की सराहना की और सभी को शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. एस.आर. कुंजाम ने भारत की प्राचीन सभ्यता और विज्ञान को लेकर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि भारत में प्राचीन तकनीकें आज भी प्रासंगिक हैं, जैसे धातुकर्म, आयुर्वेद, और कृषि परंपराएं। भारत अब रोबोटिक्स, 5G तकनीक, और ब्लॉकचेन जैसी अत्याधुनिक तकनीकें तैयार कर रहा है, जिससे वह एक वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में स्थापित हो सकता है।

कार्यक्रम समन्वयक प्रो. बी.डी. चांडक ने विज्ञान की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि वैज्ञानिक जागरूकता से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने महाविद्यालय में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों, जैसे व्याख्यान, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन और क्विज की सराहना की।

इस अवसर पर विज्ञान रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विजेताओं को मुख्य अतिथि ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। महाविद्यालय के ग्रंथपाल श्री एस.के. पटेल ने विद्यार्थियों को पर्यावरण के अनुकूल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विस्तार के लिए प्रेरित किया।

विशेष प्रवक्ता के रूप में डॉ. अरुण कुमार दिवाकर, सहायक प्राध्यापक, शासकीय कन्या महाविद्यालय कोंडागांव ने “विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं की सोच और नवाचारों के माध्यम से हम भारत को एक विज्ञान-समर्थित और प्रौद्योगिकी प्रधान राष्ट्र बना सकते हैं।

कार्यक्रम का सफल संचालन श्री एस.के. राव, सहायक प्राध्यापक, वाणिज्य विभाग द्वारा किया गया। अंत में कार्यक्रम समन्वयक प्रो. चांडक ने छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर के वैज्ञानिक-ई डॉ. जे.के. राय और कार्यक्रम के सुचारू संचालन में योगदान देने वाली टीम के सभी सदस्यो का आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

अबूझमाड़ लाइव न्यूज़

अबूझमाड़ लाइव न्यूज़ पक्ष पर विपक्ष पर हर एक पक्ष पर निष्पक्ष बेबाक एवं धारदार पत्रकारिता के लिए संकल्पित है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page