नारायणपुर
अबूझमाड़ की केन्द्र और राजधानी माने जाने वाली कुतुल में खुला सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प

माड़ बचाव अभियान के अन्तर्गत अबूझमाड़ की केन्द्र और राजधानी माने जाने वाली कुतुल में खुला सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प
नक्सलियों के गढ़ कुतुल एरिया कमेटी से छिन गया कुतुल
एक साल के भीतर नारायणपुर के अबूझमाड़ में खुला 9वां ‘‘सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प’’
नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी के 41वीं वाहिनी ने खोला कुतुल जन सुविधा एवं सुरक्षा कैम्प
साथ ही जिला प्रशासन द्वारा लगाया गया 03 दिवसीय शिविर, विकास की सभी योजनाओं के लिए किया गया सर्वे
ग्रामीणों में भारी उत्साह, दस अलग-अलग गांव के ग्रामीण शिविर में शामिल हुए
अब तक कुतुल, परपा, केहनार, कोड़नार, वक्कुड़, धुरबेड़ा, पेवेर, तोयेमेटा, मंदोरा, कोडतामरका और फरसबेड़ा के ग्रामीण, विकास शिविर और सर्वे में सम्मिलित हुए
ग्रामीणों ने अपने क्षेत्रों में सड़क, बिजली, नल-जल योजना, आंगनबाड़ी एवं अन्य योजनाओं के साथ-साथ पुलिस कैम्प के भी मांग की
शिविर में आये ग्रामीणों ने नक्सलवाद की प्रताड़ना को भी व्यक्त किया। नक्सलियों द्वारा मारे गये ग्रामीण साथियों को भी याद किया
कुतुल कैम्प से क्षेत्र के विकास, राष्ट्रीय राजमार्ग 130-डी के निर्माण के साथ-साथ नक्सल विरोधी अभियान में भी आयेगी तेजी
कैम्प के साथ कुतुल तक पहंुची सड़क, जल्द ही कुतुल तक चलेगी बस
एक साल के अन्दर पहंुच मार्ग 20 कि.मी. से बढ़कर 50 कि.मी. हो गई। महाराष्ट्र सीमा अब बस 15 कि.मी. दूर
कुतुल गांव में अलग-अलग जगहों पर नक्सली द्वारा बनाया गया 02 नक्सल स्मारक ध्वस्त किया गया
सुरक्षा बलों को नक्सल प्रभावित कोर क्षेत्र में अपनी पहंुच और निगरानी, स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजात दिलाने में मिलेगी मदद
कुतुल कैम्प स्थापना के प्रभाव से नक्सन समर्थक ग्रामीण स्वयं से आत्मसमर्पण हेतु नारायणपुर पुलिस के पास पहंुच रहे है
नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मुलन में तेजी आई है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 74 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है व 43 माओवादियों को गिरफ्तार हुए एवं सुरक्षा बलों को विभिन्न अभियानों में 59 माओवादी को मार गिराने में सफलता अर्जित हुई है
नवीन कैम्प कुतुल थाना कोहकामेटा ओरछा ब्लाक अबुझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत स्थित है
नवीन कैम्प कुतुल में स्थापित करने में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं आईटीबीपी 41वीं, 29वीं, 45वीं, 53वीं वाहिनी की महत्वपूर्ण भूमिका
नारायणपुर, 7 फरवरी 2025// नारायणपुर पुलिस द्वारा नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ’’ अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही अबूझमाड़ में लगातार नवीन कैम्प स्थापित करते हुए सड़क पुल-पुलिया निर्माण सहित अन्य समग्र विकास कार्याें को अंदरूनी गांव तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
इसी कड़ी में थाना कोहकामेटा के ग्राम कुतुल क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों एवं आकाबेड़ा- कस्तुरमेटा-मोहंदी-कोडलियार से कुतुल मार्ग तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं विकास कार्यो में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से दिनांक 06.02.2025 को नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं आईटीबीपी 41वीं, 29वीं, 45वीं, 53वीं वाहिनी के द्वारा घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र माओवादियों के केन्द व राजधानी माने जाने वाले ग्राम कुतुल में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है। ग्राम कुतुल में नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
ग्राम कुतुल ओरछा ब्लॉक, कोहकामेटा तहसील व थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत स्थित है। नवीन कैम्प कुतुल कैम्प कच्चापाल से 07 किमी दक्षिण-पश्चिम दिशा, कैम्प कोडलियार से 05 किमी दक्षिण पश्चिम दिशा तथा थाना कोहकामेटा से 14 किमी दक्षिण दिशा में स्थित है।
कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग व अन्य अधिकारियों के साथ कुतुल एवं आसपास क्षेत्र का भ्रमण किया ग्राम कुतुल, कोडनार, वकुड़, धुरबेड़ा, मटाबड़ा व आसपास गांव से आये ग्रामीणों का मीटिंग लेकर कुशलक्षेम जानकर उनके समस्याओं को सुना ग्रामीणों द्वारा मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के बारे में किया गया मांग जिसे जल्द पूर्ण कराये जाने का आश्वासन दिया गया जाकर ‘‘नियाद नेल्लानार’’ के अंतर्गत 03 दिवसीय ‘‘जन समस्या निवारण शिविर’’ का आयोजन किया गया है जिसमें समग्र विकास की 32 योजनाओं को क्षेत्र में युद्ध स्तर पर क्रियान्वित किया जायेगा। जिला मुख्यालय नारायणपुर से कुतुल तक जल्द ही बस सुविधा प्रारंभ की जायेगी। पुलिस कैम्प खुल जाने से कुतुल की प्राकृतिक सुन्दरता, आदिवासी संस्कृति एवं सम्पन्नता का प्रसार होगा एवं जल्द ही कुतुल अबूझमाड़ की सांस्कृति राजधानी के रूप में जाना जायेगा।
शिविर के दौरान ग्रामवासियों ने नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और नक्सलियों द्वारा मारे गये लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और इस बात के लिए खुशी जाहिर की पुलिस कैम्प आ जाने ग्रामीण भय मुक्त जीवन जी सकेंगे।
ग्राम कुतुल में नक्सलियों द्वारा अलग-अलग जगहों पर 02 नक्सल स्मारक बनाये गये थे, जिसे कुतुल ग्रामीणों के मंशानुरूप सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षात्मक मानकों का पालन करते हुए उक्त नक्सल स्मारक को ध्वस्त किया गया है। जिसमें ग्रामीणों का भी योगदान रहा है। आसपास के नक्सल समर्थक ग्रामीण स्वयं को सुरक्षित महसुस कर कुतुल कैम्प स्थापना के प्रभाव से आत्मसमर्पण हेतु नारायणपुर पुलिस के पास पहंुच रहे है।
नारायणपुर माड़ में नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नवीन पुलिस कैम्पों की स्थापना की जा रही है। क्षेत्र में नक्सल गतिविधि चुनौती से निपटने के लिए शासन के मंशानुसार क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने लिए नये पुलिस कैम्पों की स्थापना, सुरक्षा बलो की तैनाती और स्थानीय संवाद में सुधार शामिल किया गया है। कुतुल में नवीन कैम्प स्थापित होने से आसपास क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा। महाराष्ट्र बार्डर अब कुतुल से 15 किलोमीटर दूर है। अब क्षेत्र में सुरक्षा के निगरानी में सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं को आम जनता तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा।
माड़ से गुजरने वाली नेशनल हाईवे 130-डी कोण्डागांव-नारायणपुर-कुतुल-महाराष्ट्र को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा बलों की लगातार मदद मिलेगी जिससे जल्द ही रोड़ निर्माण कार्य पूर्ण होगी और क्षेत्र में आवागमन बढ़ेगी। सुरक्षा बलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पहुंच और निगरानी, स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजाद दिलाने में मदद मिलेगी। यह कदम नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए कारगर रहेगा। नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मुलन में तेजी आई है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 87 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किये एवं सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों 61 माओवादी को मार गिराने व 58 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित हुई है।
पी. सुन्दराज पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकरे, युद्धवीर सिंह राणा उप महानिरीक्षक आईटीबीपी, प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, नरेन्द्र सिंह सेनानी 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, दुष्यंत राज जयसवाल सेनानी 29वीं वाहिनी आईटीबीपी, राजीव गुप्ता सेनानी 45वीं वाहिनी आईटीबीपी, अमित भाटी सेनानी 53वीं वाहिनी आईटीबीपी, रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, उप पुलिस अधीक्षक लौकेश बंसल, मनोज मण्डावी, डॉ0 प्रशांत देवांगन, कुलदीप बंजारे, आशीष नेताम, अविनाश कंवर, सोनू वर्मा रक्षित निरीक्षक नारायणपुर सहित 29वीं, 41वीं, 45वीं, 53वीं, वाहिनीं आईटीबीपी के अधिकारीगण द्वारा कैम्प खोला गया है। नवीन कैम्प स्थापना में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं आईटीबीपी 41वीं, 29वीं, 45वीं, 53वीं वाहिनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।




