नक्सल भय मुक्त जागरूकता अभियान, ग्रामीणों में जगी आजादी की आशा

नारायणपुर, 07 अक्टूबर 2024। पूर्वी बस्तर डिवीजन क्षेत्र के गांवों में सुरक्षा बलों द्वारा “नक्सल भय मुक्त” जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम करना है। इस अभियान के तहत, क्षेत्र के ग्रामीण अब अपनी मांगों और समस्याओं को निर्भीकता से शासन और प्रशासन के समक्ष रख सकते हैं।

सुरक्षा बलों ने स्थानीय मूलवासियों से नक्सलवाद और नक्सली विचारधारा से बचने की अपील की है। उन्हें शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति अपनाकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

नारायणपुर डीआरजी और थाना पुलिस ने 07 अक्टूबर को ग्राम बागझर, आदपाल, छिनारी, और अन्य गांवों में जाकर ग्रामीणों को नक्सलियों के प्रति भय को दूर करने के लिए हार्डकोर और नीचले स्तर के माओवादियों के फोटोग्राफ्स दिखाए। इस पहल ने क्षेत्र में नक्सलियों के प्रति ग्रामीणों की धारणाओं को बदलने में मदद की है और उन्हें विचारों की अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान किया है। 
सुरक्षा बलों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि ग्रामीण अब नक्सलियों से डरने की जरूरत नहीं है और वे अपनी समस्याएं खुलकर साझा कर सकते हैं। नक्सलवाद के प्रभाव से प्रभावित परिवारों से अपील की गई है कि वे बाहरी विचारधाराओं को त्यागकर शासन की नीतियों का समर्थन करें।
“नक्सल भय मुक्त” जागरूकता अभियान क्षेत्र में नक्सलवाद से मुक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे ग्रामीणों में आजादी की नई आशा जगी है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि सभी ग्रामीण सुरक्षित और समृद्ध जीवन जी सकें।




