नारायणपुर में नक्सली बुधराम का आत्मसमर्पण: शासन की नक्सल उन्मूलन नीति का प्रभाव

नारायणपुर, 19 सितंबर 2024// प्रतिबंधित माओवादी संगठन कुतुल एरिया कमेटी के आलबेड़ा मिलिशिया सेक्शन के डिप्टी कमाण्डर बुधराम उर्फ बुधु पोयाम ने आज आत्मसमर्पण किया। बुधराम, जो पिछले चार वर्षों से माओवादी गतिविधियों में संलग्न थे, ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। इस दौरान उन्हें शासन की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक भी प्रदान किया गया।
आत्मसमर्पण का कारण
बुधराम ने आत्मसमर्पण के पीछे अपनी नक्सलियों की खोखली विचारधारा और शोषण से तंग आने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि वह शासन की नक्सल उन्मूलन नीति और “नियद नेल्लानार” योजना से प्रभावित होकर इस निर्णय पर पहुंचे। नक्सलियों द्वारा क्षेत्र के युवा-युवतियों को भड़काने और शोषण करने की गतिविधियों के खिलाफ अब ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं।
सुरक्षा बलों का प्रभाव
नारायणपुर पुलिस की लगातार कार्रवाई से माओवादी संगठनों में भय का माहौल बना हुआ है। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब तक इस वर्ष 13 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिनमें बुधराम का नाम भी शामिल है।
नक्सल विरोधी अभियान
नारायणपुर पुलिस ने “माड़ बचाव” अभियान के अंतर्गत क्षेत्र में सघन नक्सल विरोधी कार्रवाई शुरू की है। इस अभियान के तहत 2024 में अब तक 34 बड़े और मध्यम स्तर के नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। क्षेत्र में नए पुलिस कैंपों की स्थापना से ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है, जिससे वे नक्सलियों के शोषण से बाहर निकलने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक ने नक्सल संगठन से जुड़े सभी कैडरों से अपील की है कि वे भयमुक्त होकर आत्मसमर्पण करें और शासन की पुनर्वास योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
बुधराम का आत्मसमर्पण न केवल उसकी व्यक्तिगत यात्रा का एक हिस्सा है, बल्कि यह नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान का भी एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। आने वाले समय में और भी नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संभावनाएं हैं, जो सरकार की नीतियों और सुरक्षा बलों की मेहनत का परिणाम है।




